मेरी कदर || goonj chand poetry lyrics in hindi
Pinterest Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Instagram Channel
Join Now
हैल्लो दोस्तो एक बार फिर से आपका मेरे इस ब्लॉग पर हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। दोस्तों आज में आपके लिए लेकर आया हु मेरी कदर || goonj chand poetry lyrics in hindi गूँज चाँद की एक बेहतरीन कविता मेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगी । जैसा कि शीर्षक से ही आपको पता चल रहा होगा कि यह कविता दर्द को बयां कर रही है। जो सच है इस कविता में आपने ऐसे दर्द को बयां किया है जो न होने के बाद एहसास होता है। जब कोई हमारे पास होता है साथ होता है तो हमे उसके होने का अहसास नही होता न ही उसकी कदर होती है लेकिन जब वो हमसे दूर हो जाता है तो उसका अहसास हमे होता है इसी अहसास को गूंज चांद ने अपनी कविता में बखूबी और बहुत सरल भाव से उतारा है जो आपको कविता पढ़ने के बाद आपको भी हो जाएगा।
मेरी कदर || goonj chand poetry lyrics in hindi
मेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीजिस दिन तेरी जैसी कोई तुझे मिल जायगीजो होगी फ्री पूरा पूरा दिनपर फिर भी बिजी होने का मैसेज चिपकाएगीमेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीजाएगा जब तू कुछ वक़्त बिताने उसके साथतब तुझे फुल इग्नोर कर वो अपना सारा टाईमअपने मोबाइल पर बिताएगीमेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीभले ही 24 घंटे अपडेट रहेगी वो व्हाटसप परपर तेरे साथ अपनी डी. पी. कभी नहीं लगाएगीमेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीकभी-कभी कर भी लेगी प्यार भरी दो चार बाते तुझसेपर तेरे बीमार होने पर पूरी रात तेरे सिर के पास नहीं बिताएगीमेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीले आएगी बाहर से तेरी पसंद का खाना भी कभी-कभीपर रात के दो बजे उठकर तेरे लिए आलू के पराठे नहीं बनाएगीमेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीमिलवायेगी बेशक अपने दोस्तो से भी वो तुझेपर अपना जस्ट फ्रेंड कहकर तुझे इंट्रोड्यूस करवाएगीमेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगीजिस दिन तेरी जैसी कोई तुझे मिल जायगी
निष्कर्ष
दोस्तों उम्मीद करता हु आपको गूँज चाँद की लिखी कविता मेरी कदर || goonj chand poetry lyrics in hindi पसंद आयी होगी । अगर पसन्द आयी हो तो अपनी राय मुझे कमेंट बॉक्स में जरूर दे। और इसे अपने दोस्तो और रिश्तेदारों के साथ शेयर जरूर करें। धन्यवाद