एक नंबर हुआ करता था मेरे फोन में
हेलो दोस्तो आपका मेरे ब्लॉग पर हार्दिक स्वागत है। दोस्तों में आज एक ऐसी कविता लेकर आया हु जिसके लेखक का तो मुझे पता नही पर जिसने भी लिखा बहुत ही सुंदर लिखा है । मुझे भी बहुत पसंद आया ओर शायद आपको भी पसन्द आएगा। यह कविता है "एक नंबर हुआ करता था मेरे फोन में"एक फोन नम्बर पर है। हमारे जीवन में भी एक ऐसा कॉन्टेक्टएक नंबर हुआ करता था जिसे हमारे दिन की शुरुआत होती है जो हमारे दिल की दीवारों पर अमिट से छपा होता है। जब भी वो कॉन्टेक्ट हमारे सामने आता है तो चेहरे पर अलग ही खुशी आ जाती है। और कभी कभी उस कॉन्टेक्ट से रिश्ता खत्म होने पर भी वो हमारे जहन में रह जाता है।
एक नंबर हुआ करता था मेरे फोन में
एक नंबर हुआ करता था मेरे फोन में
जिसके साथ मुस्कुराहट का रिश्ता था मेरा
उस नंबर का मेरे स्क्रीन पर दिखना, मेरे दिन के बन जाने के
लिए काफी होता था,
उस नंबर के साथ मेरा रिश्ता हर जगह था
Call,text, whatsapp हर जगह
दिन की शुरुवात से रात के बीच तक वो नंबर कई बार मेरी
सलामती पूछा करता था
आज वो नंबर मेरे कॉन्टेक्ट लिस्ट में नहीं है
हाँ पर वो नंबर मुझे याद है
कभी कभी बस टाइप कर देता हूं फोन की स्क्रीन पर, और
फिर मिटा देता हूं,
इकलौता ऐसा नंबर है वो जिसे टाइप करके
मुस्कुराहट, गुस्सा और आंसू एक साथ आते हैं
रिश्ते खत्म हो चुके हैं समय बीत चूका है
दुनियां बहुत आगे जा चुकी है, शायद मैं भी और वो भी
पर हाँ नंबर आज भी वही है और मुझे याद है.
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निष्कर्ष
आशा करता हु यह कविता आपको पसंद आई होगी। आपके जीवन मे भी ऐसा कोई खास नम्बर होगा जो आपको याद होगा और एक याद बनकर रह गया होगा। तो उस खास नंबर के बारे मे हमे भी बताए कमेंट बॉक्स में कई वो आपके लिए कितना खास था और उस नंबर से क्या रिश्ता था। धन्यवाद